बॉलीवुड अभिनेता शेखर सुमन एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार किसी फिल्म या विवाद के कारण नहीं, बल्कि एक गहरे राज के कारण। हाल ही में, उन्होंने अपने जीवन के एक कठिन दौर के बारे में बताया, जो उनके बेटे आयुष की मृत्यु के बाद शुरू हुआ था। इस दौरान, उन्होंने अपने डिप्रेशन के अनुभव को साझा किया, जब उन्हें जीने की इच्छा तक नहीं रही। यह सब उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है।
पुरानी यादें ताजा
शेखर ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पुरानी तस्वीर साझा की, जिसमें वह अपने बेटे अध्ययन और पत्नी अलका के साथ हैं। इस तस्वीर में अध्ययन लगभग 10-11 साल के हैं। शेखर ने इस तस्वीर के साथ एक भावुक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने बताया कि आयुष की मृत्यु के बाद वह और अलका कई वर्षों तक डिप्रेशन में रहे। उस समय उनके अंदर जीने की कोई इच्छा नहीं थी।
बेटे की याद में
शेखर ने अपने दिवंगत बेटे आयुष को याद करते हुए कहा कि अध्ययन उनकी ताकत का स्रोत है। उन्होंने लिखा कि आयुष की मृत्यु के बाद, अलका और वह बहुत कठिन समय से गुजरे। अध्ययन ही उनके जीने की वजह बना।
आयुष की बीमारी
पिछले साल एक इंटरव्यू में, शेखर ने बताया था कि आयुष को एंडोमायोकार्डियल फाइब्रोसिस (EMF) नामक एक दुर्लभ बीमारी थी, और उसके पास जीने के लिए केवल 8 महीने बचे थे। उन्होंने उस समय सभी धार्मिक स्थलों का दौरा किया और हर संभव उपचार का प्रयास किया, लेकिन आयुष को बचाया नहीं जा सका। आयुष ने 3 अप्रैल 1995 को 11 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा।
You may also like
आज का मेष राशिफल, 14 सितंबर 2025 : आपको आज ऊर्जा और उत्साह से सफलता मिलने करा बना है संयोग
मरती मां को छोड़` पिता बना रहे थे संबंध बेटे ने देखा तो लेनी चाही बाप की जान लेकिन फिर..
दुनिया की सबसे खूबसूरत अपराधी: एंजी सांक्लेमेट वालंसिया की कहानी
राजस्थान: नर्सिंग की छात्रा बनी भगवान, चलती ट्रेन में यात्री को आया हार्ट अटैक, ऐसे CPR देकर बचाई जान
102 साल के बुजुर्ग` ने गाजे-बाजे से निकाली अनोखी बारात कहा- थारा फूफा अभी जिंदा है..